होम लोन लेना है? जानिए आपका CIBIL स्कोर कितना होना चाहिए और क्या-क्या है जरूरी बातें CIBIL Score

CIBIL Score


अगर आप अपने सपनों का घर खरीदने के बारे में सोच रहे हैं और इसके लिए बैंक से होम लोन लेने का प्लान बना रहे हैं, तो सिर्फ जरूरी कागजों का होना ही काफी नहीं है। बैंक सबसे पहले आपके CIBIL स्कोर पर नजर डालते हैं। यह स्कोर यह तय करता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं, और अगर मिलेगा तो कितनी ब्याज दर पर।



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CIBIL स्कोर क्या होता है?

CIBIL स्कोर एक तीन अंकों का स्कोर होता है, जो आपकी लोन और क्रेडिट कार्ड की भुगतान इतिहास के आधार पर बनता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। स्कोर जितना अधिक होगा, आपकी क्रेडिट साख उतनी ही मजबूत मानी जाती है। यह स्कोर बताता है कि आप लोन चुकाने के कितने भरोसेमंद हैं।

होम लोन के लिए कितना CIBIL स्कोर चाहिए?

होम लोन के लिए आपका CIBIL स्कोर कैसा होना चाहिए, इसके लिए नीचे श्रेणियां दी गई हैं:

अगर CIBIL स्कोर कम है तो क्या करें?

अगर आपका स्कोर कम है तो घबराएं नहीं। नीचे दिए गए तरीकों से आप अपना स्कोर सुधार सकते हैं:

थोड़ा अनुशासन और समय देकर आप अपना स्कोर सुधार सकते हैं।

डाउन पेमेंट ज्यादा देना कैसे फायदेमंद है?

अगर आप 20-30% तक का डाउन पेमेंट देने में सक्षम हैं, तो यह बैंक को भरोसा देता है कि आप गंभीर और रिस्क-फ्री ग्राहक हैं। इससे:

को-एप्लिकेंट जोड़ना क्यों जरूरी है?

अगर आपका स्कोर कम है, तो आप किसी भरोसेमंद परिवार के सदस्य को को-एप्लिकेंट बना सकते हैं, खासकर जिनका CIBIL स्कोर अच्छा हो। इससे:

EMI ज्यादा लग रही है? अवधि बढ़ाएं

अगर आपको लग रहा है कि EMI ज्यादा आ रही है, तो आप लोन की अवधि 20-25 साल तक बढ़ा सकते हैं। इससे:

जरूरी दस्तावेज़ तैयार रखें

बैंक यह भी देखता है कि आप आर्थिक रूप से लोन चुकाने के काबिल हैं या नहीं। इसके लिए जरूरी दस्तावेज़ हैं:

नौकरीपेशा के लिए: सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, ITR
बिजनेस वालों के लिए: GST रजिस्ट्रेशन, बुक्स ऑफ अकाउंट, ITR

ब्याज दर में राहत की उम्मीद

हाल ही में RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इससे बैंकों की ब्याज दरों में भी राहत की उम्मीद है। अगर आप जल्दबाज़ी में नहीं हैं, तो थोड़े इंतजार से बेहतर डील मिल सकती है।

निष्कर्ष: सही प्लानिंग से होम लोन होगा आसान

होम लोन लेना एक बड़ा फैसला है, लेकिन सही जानकारी और तैयारी से यह आसान बन सकता है। ध्यान रखें:

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने सलाहकार से परामर्श जरूर करें, क्योंकि ब्याज दरें और बैंक की नीतियां समय के साथ बदल सकती हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपयाआधिकारिक वेबसाइट से ही नवीनतम और सटीक जानकारी प्राप्त करें।

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